Geeta Shlok “AmritVachan 3,4”

हरे कृष्णा मित्रो !  यद्यदाचरति श्रेष्ठस्तत्तदेवेतरो जन:।स यत्प्रमाणं कुरुते लोकस्तदनुवर्तते॥ (तृतीय अध्याय, श्लोक 21) इस श्लोक…

भगवद गीता: अर्जुन-कृष्ण संवाद का आध्यात्मिक सफर

हरे कृष्णा मित्रो ! हम अब इसी तरह से आने वाले शार्ट ब्लोग्स मै अपने आराधय…